गाजियाबाद में सौंदर्यकरण की रफ्तार तेज: एलिवेटेड पर बनेगा 35 फीट का ‘समृद्धि द्वार’, चार चौराहों पर लगेंगे आकर्षक स्कल्पचर!
महापौर सुनीता दयाल के निर्देश पर नगर निगम ने चुने प्रमुख स्थल,
एक सप्ताह में धरातल पर दिखेगा काम: नगर आयुक्त
NEWS1UP
संवाददाता
गाजियाबाद। महापौर सुनीता दयाल के नेतृत्व में गाजियाबाद नगर निगम शहर के सौंदर्यकरण को नई पहचान देने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है। नगर निगम की टीम ने शहर को भव्य बनाने के लिए प्रमुख स्थलों का चयन पूरा कर लिया है, साथ ही निविदा प्रक्रिया भी समाप्त हो चुकी है। निगम का दावा है कि अगले 7 दिनों में सौंदर्यकरण कार्य धरातल पर शुरू हो जाएगा।
महापौर ने कहा कि शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाना निगम की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इस दिशा में हर उम्मीद पर खरा उतरना हमारा संकल्प है। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद को भव्यता प्रदान करने के लिए विशेष रूप से विशाल एंट्री गेट और अद्भुत कलाकृतियों वाले स्कल्पचर स्थापित किए जा रहे हैं, जो शहर को नई पहचान देंगे।

चार प्रमुख चौराहों पर लगेंगे 20-20 फीट के कलात्मक स्कल्पचर
निगम आयुक्त ने बताया कि प्रथम चरण में चार प्रमुख चौराहों पर आकर्षक स्कल्पचर लगाए जा रहे हैं। प्रत्येक की ऊंचाई 20 फीट होगी। जगहों का चयन इस प्रकार है-
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तिगड़ी गोलचक्कर – स्तंभ ऑफ इंडस्ट्रीज एंड इनोवेशन
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डायमंड फ्लाईओवर चौराहा – टेक्टोनिक ब्लूम
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आनंद विहार एंट्री पॉइंट – अन्नदाता शिखर स्कल्पचर
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रोटरी जंक्शन गोलचक्कर – कोड ऑफ प्रोग्रेस
ये सभी कलाकृतियां शहर की आधुनिक छवि को प्रदर्शित करेंगी और गाजियाबाद को उत्तर प्रदेश में एक विशिष्ट पहचान दिलाएंगी।
दो विशाल एंट्री गेट देंगे शहर को भव्य स्वरूप
महापौर दयाल ने बताया कि गाजियाबाद के दोनों प्रमुख प्रवेश द्वारों को भव्य बनाने की योजना तैयार है-
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एलिवेटेड फ्लाईओवर पर:
35 फीट ऊंचा और 72 फीट चौड़ा ‘समृद्धि द्वार’ बनाया जाएगा। -
यूपी गेट एंट्री पर:
55 फीट ऊंचा और 228 फीट चौड़ा ‘सूर्य प्रकाश द्वार’ स्थापित होगा, जो अद्भुत कलाकृतियों से सुसज्जित रहेगा।
इन संरचनाओं का उद्देश्य न केवल सौंदर्य बढ़ाना है, बल्कि गाजियाबाद को एक सांस्कृतिक और प्रगतिशील शहर की छवि प्रदान करना भी है।
15 करोड़ रुपये की लागत से होगा कार्य, नवंबर के अंतिम सप्ताह में शुरुआत
नगर आयुक्त ने बताया कि स्कल्पचर और एंट्री गेट के निर्माण पर लगभग 15 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह कार्य नवंबर के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सौंदर्यकरण परियोजना शहर के विकास में ऐतिहासिक साबित होगी और आने वाले वर्षों में गाजियाबाद की धरोहर के रूप में देखी जाएगी।
नगर निगम की टीम को सात दिनों के भीतर योजनाओं को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए गए हैं और सभी विभाग अपनी भूमिका को लेकर सक्रिय हैं।
मेयर सुनीता दयाल कहती हैं-

“शहर की स्वच्छता और सुंदरता को नई ऊंचाई देना गाजियाबाद नगर निगम की जिम्मेदारी है। हम आगामी वर्षों में गाजियाबाद को उत्तर प्रदेश की पहचान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

