सांसों पर संकट: AQI 425 पहुंचा, GRAP-3 लागू!
NEWS1UP
संवाददाता
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली एक बार फिर जहरीली हवा के शिकंजे में आ गई है। मंगलवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 425 के भयावह स्तर पर पहुंच गया, जिससे वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को तत्काल प्रभाव से लागू करने का फैसला लिया है। अब दिल्ली-एनसीआर में कई तरह के कड़े प्रतिबंध लागू हो गए हैं, जिनका सीधा असर आम जनजीवन पर पड़ने वाला है।
प्रदूषण का ‘खतरनाक’ स्तर
सोमवार को दिल्ली का औसत AQI जहां 362 था, वहीं मंगलवार सुबह यह बढ़कर 425 हो गया। विशेषज्ञों के अनुसार, शांत हवाएं, ठंड का बढ़ना और वातावरण की स्थिरता प्रदूषकों को सतह के पास ही रोक रही हैं। नतीजतन शहर की हवा इतनी खराब हो चुकी है कि धुंध की परतें अब हर ओर साफ नजर आ रही हैं।

GRAP-3 के तहत लागू मुख्य पाबंदियां
GRAP का तीसरा चरण तब लागू होता है जब AQI 401 से 450 के बीच पहुंच जाए। इस स्थिति में प्रशासन को तुरंत कठोर कदम उठाने होते हैं ताकि प्रदूषण की रफ्तार पर लगाम लगाई जा सके। अब दिल्ली-एनसीआर में ये नियम लागू रहेंगे:
गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर रोक: सभी तरह के प्राइवेट बिल्डिंग, सड़क, पुल, फ्लाईओवर, मेट्रो या अन्य गैर-जरूरी निर्माण गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी।
स्टोन क्रशर और खनन बंद: क्षेत्र के सभी स्टोन क्रशर यूनिट्स और खनन कार्य तुरंत बंद किए जाएंगे।
पुराने वाहनों पर बैन: बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल चार पहिया वाहन दिल्ली और एनसीआर में नहीं चल सकेंगे।
केवल आवश्यक सेवाओं और दिव्यांग व्यक्तियों को इससे छूट मिलेगी।
स्कूलों के लिए हाइब्रिड व्यवस्था: कक्षा 5 तक की कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में चलाने की सलाह दी गई है। यानी अभिभावक चाहें तो बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प दे सकते हैं।
मालवाहक वाहनों पर पाबंदी: बीएस-IV डीजल इंजन वाले मीडियम गुड्स व्हीकल्स और दिल्ली के बाहर पंजीकृत पुराने ट्रक अब शहर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
सरकारी दफ्तरों में बदलाव संभव: केंद्र और एनसीआर की राज्य सरकारें सरकारी विभागों के दफ्तरों के समय में फेरबदल कर सकती हैं ताकि ट्रैफिक का दबाव कम किया जा सके।
आयोग ने क्या कहा ?
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की उप-समिति ने कहा-
“वायु गुणवत्ता के मौजूदा रुझानों को देखते हुए GRAP के चरण-3 के तहत सभी कार्रवाइयों को तुरंत प्रभाव से लागू किया जा रहा है। ये कदम पहले से लागू चरण 1 और 2 की कार्रवाइयों के अतिरिक्त होंगे।”
सड़कों पर सफाई और पानी का छिड़काव
दिल्ली नगर निगम और अन्य एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि सड़कों की दैनिक सफाई और नियमित पानी का छिड़काव सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, निर्माण स्थलों से निकलने वाली धूल और मलबे का वैज्ञानिक निस्तारण किया जाएगा ताकि हवा में धूलकणों की मात्रा घटे।
दिल्ली पर ‘स्मॉग’ का जाल
सर्दी बढ़ने के साथ ही दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो चली है। सुबह और शाम के समय सड़कों पर सफेद धुंध की परतें इस बात का सबूत हैं कि प्रदूषण अब ‘आपात’ स्तर पर पहुंच चुका है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अगले कुछ दिनों में हवा की गति नहीं बढ़ी, तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं।
जनता से अपील
सरकार और प्रदूषण नियंत्रण एजेंसियों ने लोगों से अपील की है कि निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, गाड़ियों का इंजन बेवजह चालू न रखें, कूड़ा या पत्तियां जलाने से बचें, मास्क पहनें और बच्चों व बुजुर्गों को प्रदूषण से बचाने के उपाय करें।
दिल्ली फिलहाल सांसों पर संकट झेल रही है। प्रशासनिक कदम उठाए जा चुके हैं, लेकिन असली चुनौती नागरिकों के सहयोग की है। अगर लोगों ने प्रदूषण नियंत्रण के नियमों का पालन नहीं किया, तो राजधानी की हवा आने वाले दिनों में और ज्यादा जहरीली हो सकती है।
