रोटेरियन अमिता महेंद्रू ने जन्मदिन पर सौ क्षय रोगियों को लिया गोद

जन्मदिन मनाने के लिए संयुक्त अस्पताल में क्षय रोगियों के बीच पहुंची
जिले में 100 क्षय रोगियों को गोद लेकर बनाया रिकार्ड
Report : News1up
गाजियाबाद। क्षय रोगिया को गोद लेने को लेकर अब जिले के लोगों में कापी उत्साह दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को रोटेरियन अमिता महेंद्रू ने संयुक्त जिला चिकित्सालय में क्षय रोगियों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। अमिता ने अपने जन्मदिन पर 100 रोगियों को गोद लेकर उन्हें टीबी मुक्त होने तक पुष्टाहार के साथ भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराने का जिम्मा लिया है। उन्होंने क्षय रोगियों के बीच केक काटा।
इस दौरान वहा मौजूद क्षय रोगियों ने भी अमिता महैंद्रू को पुष्प गुच्छ भेंटकर उनकी दीर्घायु की कामना की। कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त निदेशक (स्वास्थ्य) डा. अर्चना त्यागी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. विनोद पांडेय, डा. आरसी गुप्ता, डा. किरण गर्ग, रेडक्रॉस के सभापति सुभाष गुप्ता, धवल गुप्ता, संदीप गुप्ता, रोटेरियन रविंद्र जैन, मेटर्न सीमा श्रीवास्तव मौजूद रहे।
वरिष्ठ पुलिस चिकित्सक डा. भवतोष शंखधर ने कहा कि यह एक अच्छी पहल है। दरअसल क्षय रोगियों को गोद लेने का मुख्य उद्देश्य उन्हें भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराना है। ताकि “सोशल स्टिग्मा” पर प्रहार किया जा सके। क्षय रोगी खुद को समाज के बीच पाएं। इससे बड़ा लाभ यह होगा कि लक्षण आने पर कोई व्यक्ति टीबी की जांच कराने से नहीं कतराएगा।
समय से टीबी की जांच होने पर जल्दी उपचार शुरू हो सकेगा और इस बीच रोगी के अपने करीबियों के संक्रमित होने की आशंका कम हो जाएगी। नतीजतन टीबी के फैलाव पर अंकुश लगेगा और हम प्रधानमंत्री के वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को रेडक्रॉस से धवल गुप्ता और संदीप गुप्ता, रोटेरियन रविंद्र जैन, डा. किरण गर्ग और मेटर्न सीमा श्रीवास्तव निक्षय मित्र बनी हैं और सभी ने अपना जन्मदिन क्षय रोगियों के साथ मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा “हेप्पी बर्थ डे विद टीबी पेशेंट” एक मुहिम है, इस मुहिम से जुड़कर लगातार नए निक्षय मित्र बनेंगे।
जनपद में 110 निक्षय मित्र बन चुके हैं, इसी माह यह आंकड़ा 200 तक पहुंचाने का प्रयास है। बता दें कि गोद लेने और टीबी जांच कार्यक्रम में जनपद गाजियाबाद अग्रणी बना हुआ है। कार्यक्रम में जिला पीपीएम समन्वयक दीपाली गुप्ता, एसटीएस सुमनलता यादव और मनोज दुबे का विशेष सहयोग रहा।