उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की कमेटी पहुंची गाजियाबाद, न्यायिक कार्य ठप्प

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अधिवक्ताओं ने कचहरी गेट पर ताला लगा कर दिया धरना
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गाजियाबाद। गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और मुकदमा लिखे जाने से नाराज गाजियाबाद बार एसोसिएशन ने सोमवार को न्यायिक कार्य बंद कराया। साथ ही जिला न्यायालय गेट पर धरना दिया। बार के अध्यक्ष दीपक शर्मा के नेतृत्व में हड़ताल करते हुए अधिवक्ताओं पर हुए अत्याचार के विरुद्ध आरोपित जज एवं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। उधर बार काउंसिल आॅफ उत्तर प्रदेश की पांच सदस्यों कमेटी गाजियाबाद पहुंची और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रही रही है।
गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि अधिवक्ताओं ने सदैव न्याय की लड़ाई लड़ी है। ऐसे में गाजियाबाद की घटना को बार के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित समस्त सदस्यों ने गलत ठहराया है। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राकेश कैली ने कहा कि अधिवक्ताओं को न्याय दिलाने के लिए बार के सदस्य पूर्णरुप से सजग है। अधिवक्ताओं ने अपने चैम्बरों से बाहर निकल कर नारेबाजी की। कोर्ट के बाहर पार्किंग स्टैण्ड से मुख्य गेट तक अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज का अवध बार ने किया पुरजोर विरोध
लखनऊ। गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और मुकदमा लिखे जाने से नाराज अवध बार एसोसिएशन ने सोमवार को न्यायिक कार्य बंद कराया। बार के अध्यक्ष आरडी शाही और महामंत्री मनोज कुमार द्विवेदी ने हड़ताल करते हुए गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर हुए अत्याचार के विरुद्ध आरोपित जज एवं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। अवध बार एसोसिएशन के सदस्य देवी प्रसाद सिंह ने कहा कि अधिवक्ताओं ने सदैव न्याय की लड़ाई लड़ी है। ऐसे में गाजियाबाद की घटना को बार के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित समस्त सदस्यों ने गलत ठहराया है। हाईकोर्ट लखनऊ बेंच में अवध बार एसोसिएशन के आह्वान पर पूरी तरह से न्यायिक कार्य बंद है। अधिवक्ताओं को न्याय दिलाने के लिए बार के सदस्य पूर्णरुप से सजग है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी न्यायिक कार्य ठप्प
गाजियाबाद की घटना से क्षुब्ध हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने भी सोमवार को सुबह से ही न्यायिक कार्य को पूरी तरह से ठप्प कर दिया। अधिवक्ताओं ने अपने चैम्बरों से बाहर निकल कर नारेबाजी की। हाईकोर्ट के बाहर पार्किंग स्टैण्ड से मुख्य गेट तक अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
कई जिलों में भी दिखायी दिया हड़ताल का असर
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के अलावा कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ सहित तमाम जिलों में न्यायालय से जुड़े कार्यो को अधिवक्ताओं ने रोकते हुए विरोध दर्ज कराया। न्यायिक कार्य को रोकने से मुकदमों की पैरवी के लिए आये लोगों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कुछ स्थानों पर अधिवक्ताओं ने गाजियाबाद पुलिस के विरोध में नारे भी लगाये।
अधिक्ताओं ने गाजियाबाद जिला जज का फूंका पुतला, काली पट्टी बांधकर किया कार्य
कानपुर। गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और मुकदमा लिखे जाने से नाराज कानपुर के अधिवक्ताओं ने सोमवार को विरोध जताया। जिला जज गाजियाबाद का पुतला फूंककर उनकी बर्खास्तगी की मांग की गई। इसके साथ ही घायल अधिवक्ताओं को दो—दो लाख रुपये इलाज के लिए मुआवजे की भी मांग हुई। कील सोमवार को न्यायिक कार्य से विरत तो नहीं रहे, लेकिन विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर उन्होंने कार्य किया।
गाजियाबाद जिला जज द्वारा पुलिस से अधिवक्ताओं की पिटाई को लेकर सोमवार को कानपुर के अधिवक्ताओं ने विरोध दर्ज कराया और नारेबाजी के साथ जिला जज का पुतला फूंका। हालांकि अन्य शहरों की भांति यहां पर अधिवक्ता हड़ताल पर नहीं रहे और काली पट्टी बांधकर न्यायिक कार्य करते रहे। अधिवक्ताओं ने गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर हुए अत्याचार के विरुद्ध आरोपित जज एवं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे। बार एसोसिएशन के महामंत्री अमित सिंह ने कहा कि अधिवक्ताओं ने सदैव न्याय की लड़ाई लड़ी है। लेकिन गाजियाबाद के जिला जज ने पद का ऐसा दुरुपयोग किया कि पुलिस बुलाकर अधिवक्ताओं की ही पिटाई करवा दी, जो सरासर गलत है।
अधिवक्ताओं के हित में कानपुर बार एसोसिएशन पूर्णतया समर्थन करता है अभी काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया है और आगे भी विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि गाजियाबाद जिला जज को बर्खास्त किया जाये और अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो। इसके साथ ही अधिवक्ताओं के खिलाफ लिखे गये मुकदमें वापस हों और घायल अधिवक्ताओं को इलाज के लिए दो—दो लाख रुपए दिये जायें। लायर्स एसोसिएशन के महामंत्री रविन्द्र शर्मा ने कहा कि गाजियाबाद जिला जज ने न्यायपालिका का अपमान किया है और हम लोग अधिवक्ताओं के हित में लड़ाई जारी रखेंगे।