वीजा विवाद : भारतीय मूल के 2 प्रोफेशनल का प्रमोशन! अमेरिकी कंपनियों के बने सीईओ

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अमेरिकी प्रशासन ने एच-1बी वीजा आवेदन के लिए 88 लाख रुपये का एकमुश्त शुल्क लगा दिया है। ट्रंप के इस कदम को अमेरिका में नौकरी की चाहत रखने वाले प्रोफेशनल्स के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन अमेरिकी कंपनियों ने भारतीय मूल के दो शख्स को CEO के पद पर नियुक्त कर संदेश दिया है कि वे प्रतिभा से समझौता नहीं करेंगे।
55 साल के भारतीय मूल के श्रीनिवास गोपालन आने वाली पहली नवंबर से अमेरिकी दूरसंचार दिग्गज टी-मोबाइल के सीईओ का पद संभालेंगे। कंपनी ने एच-1बी नियमों पर अमेरिकी सरकार की सख्ती के बीच उन्हें प्रमोशन दिया है।
आईआईएम अहमदाबाद के पूर्व छात्र गोपालन वर्तमान में टी-मोबाइल के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) के रूप में कार्यरत हैं और माइक सीवर्ट का स्थान लेंगे। सीवर्ट 2020 से कंपनी का नेतृत्व कर रहे हैं और अब वाइस प्रेसिडेंट के नए पद का दायित्व संभालेंगे।
वहीं शिकागो स्थित पेय पदार्थ बनाने वाली दिग्गज कंपनी मोल्सन कूर्स ने 49 वर्षीय राहुल गोयल को पहली अक्टूबर से अपना नया अध्यक्ष और सीईओ नियुक्त किया है। गोयल 24 वर्षों से कंपनी से जुड़े हुए हैं।
वर्तमान में भारतीय मूल के कई प्रोफेशनल अमेरिका की कुछ सबसे प्रभावशाली कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं।माइक्रोसॉफ्ट में सत्य नडेला, अल्फाबेट में सुंदर पिचाई और फॉर्च्यून 500 कंपनियों में दूसरे भारतीय इसका उदाहरण हैं।