बार आंदोलन : हापुड़ रोड पर अधिवक्ताओं ने जिला जज का पुतला फूंका
जनपद न्यायाधीश के कोर्ट रूम में लाठीचार्ज के विरोध में आंदोलन ने पकड़ी रफ्तार, बनाई जा रही रोजाना नई रणनीति
दो घंटे तक कलेक्ट्रेट के सामने रोड पर किया प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी
पूरे इलाके में भीषण जाम, वाहनों की लंबी-लंबी लाईनें, लोग हुए हलकान
NEWS 1 UP
गाजियाबाद। गाजियाबाद जिला जज के न्यायालय कक्ष में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में चल रहे आंदोलन को धार मिलने लगी है। बुधवार को 22 जिले के अधिवक्ता अपने अपने जिलों मेें प्रदर्शन करेंगे। यही नहीं बार कौसिंल द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच पर टीम पर ऐसे लोगों को बयान दर्ज करने के आरोप लगाए गए हैं जो घटना के समय मौजूद ही नहीं थे, इनमें से कुछ ऐसे वकील हैं जो बार एसोसिएशन के सदस्य भी नहीं हैं। इसके लिए बार कौंसिल से जांच की मांग की गई है। मंगलवार को पूर्वाह्न बार एसोसिएसन की एक मीटिंग अध्यक्ष दीपक शर्मा की अध्यक्षता में हुुई, इसका संचालन सचिव अमित नेहरा ने किया। इसके बाद सभी अधिवक्ताओं ने हापुड़ रोड को जाम कर दिया और धरने पर बैठ गए। वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान काफी संख्या में महिला अधिवक्ता भी शामिल रहीं। बाद में जिला जज का अधिवक्ताओं ने पुतला फूंका, कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा। धरने पर बैठे वकीलों ने सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।
वकीलों कोे धरना प्रदर्शन के चलते हापुड़ रोेड पर भीषण जाम लग गया। जाम के कारण लोेगोें कोे भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने अंदोलन के चलते हापुड़ रोड पर बेरिकेडिंग लगा कर आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया। वकीलों के आंदोलन के चलते भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया ।
बता दें कि गत 29 अक्तूबर को गाजियाबाद के जिला न्यायालय में जिला जज और वकीलों के बीच नोकझोंक हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर उन्हें तितर-बितर किया था। इस दौरान अधिवक्ताओं को चोटें भी लगी थी। साथ ही इस मामले में वकीलों के खिलाफ दो रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी, तभी से वकील हड़ताल पर हैं।
बीते शुक्रवार को 22 जिलों के अधिवक्ताओं की संघर्ष समिति की बैठक भी गाजियाबाद में हुई थी। जिसमें सोमवार से आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया था। साथ ही जिला जज के तबादले व निलंबन की मांग पूरी न होने तक प्रत्येक दिन जिले में 2 घंटे वकीलों ने जाम लगाने का निर्णय लिया था। उसी क्रम में गाजियाबाद के अधिवक्ता सोमवार को भी कलकट्रेट के सामने इकट्ठे हुए और धरने पर बैठ गए। दोनों तरफ की रोड जाम कर दी गई। अधिवक्ताओं ने सड़क पर ही धरने पर बैठ कर जमकर नारेबाजी की। वहीं रास्ता जाम होने से लोगों को बड़ी परेशानी हो रही है। वकीलों के आंदोलन के चलते न्यायालय पर कामकाज ठप पड़ा है। वादकारी हड़ताल के कारण कोर्ट के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। लोगों की जमानतें नहीं हो पा रही हैं।
आज पूरे प्रदेश में कार्य से विरत रहेंगे अधिवक्ता
इस मामले में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि 13 अक्तूबर बुधवार को उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिला ,तहसील बार, टैक्स बार एसोसिएशन सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक गाजियाबाद में अधिवक्ताओं के साथ घटित घटना के विरोध में बार प्रांगण में प्रदर्शन करेंगे तथा कार्य से विरत रहेंगे। इसके अतिरिक्त पश्ेिचमी उत्तर प्रदेश संघर्ष समिति में शामिल 22 जिलों में उपरोक्त कार्यक्रम के तहत अपने अपने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। यही नहीं जब तक वकीलों की मांगे पूरी नहीं का जाती, बार एसोसिएशन गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के समस्त बार एसोसिएसन, पूर्वांचल बार एसोसिएशन से सहयोग व समर्थन की अपेक्षा करेगी। इस संबंध में सभी बार एसोसिएशन से सहयोग की गुजारिश की गई है।
अध्यक्ष दीपक शर्मा का कहना है कि जब तक वकीलों की मांगे नहीं मानीं जाएंगी, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 29 अक्तूबर को धनतरेस का त्योहार था। त्योहार के चलते काफी संख्या मे्ं वकील कोर्ट नहीं आए थे। जिला जज की कोर्ट में निहत्थे वकीलों पर लाठीजार्च किया गया। न्यायालय में 60-70 वकील थे। इनमें महिला वकील भी शामिल थीं। लाठीचार्ज के कारण कई अधिवक्ताओं को चोट लगी। उन्होंने कहा जिला जज का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफार किया जाना चाहिए। हाईकोर्ट से गठित कमेटी प्रक रण की जांच करें। पुलिस ने लाठीचार्ज किसके आदेश पर किया? अचानक कोर्ट परिसर को कैसे छावनी में तब्दील कर दिया गया। कोर्ट में बहुतायत में महिला अधिवक्ता हैं, इसके वाबजूद महिला पुलिस को नहीं लगाया गया। वकीलों पर दर्ज किए गए मुकदमें वापस लिए जाएं। लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर मुकदमें दर्ज किए जाएं। उन्होंने कहा कि एडवोकेट काम करना चाहते हैं, काम करने को तैयार हैं मगर जिला जज के स्थानातरण और मांगों के माने जाने तक आंदोलन को मजबूर हैं।
गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में शामली में वकीलों ने किया प्रदर्शन
शामली। गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता दूसरे दिन भी हडताल पर रहे। इस दौरान अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट के सामने बाईपास पर मानव श्रृंखला बनाकर जाम लगा दिया जिसके कारण वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पडा। वहीं मौके पर भारी पुलिस फोर्स भी तैनात रहा।
गाजियाबाद कोर्ट में अधिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की घटना से अधिवक्ताओं में आक्रोश बना हुआ है। सोमवार को जिला बार एसोसियेशन के अधिवक्ता दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए थे। इस दौरान अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मानव श्रृंखला बनाकर जाम लगा दिया था। बाद में एसडीएम सदर हामिद हुसैन के समझाने बुझाने पर अधिवक्ताओं ने जाम खोल दिया था तथा कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए थे। मंगलवार को भी अधिवक्ता पूरी तरह न्यायिक कार्यों से विरत रहे। सभी अधिवक्ता कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठे रहे, बाद में सभी ने कलेक्ट्रेट के बाहर बाईपास पर पहुंचकर मानव श्रृंखला बनाते हुए जाम लगा दिया जिससे दोनों तरफ वाहनों की लाइन लग गयी। जाम के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पडा, हालांकि थोडी देर बाद अधिवक्ताओं ने जाम खोल दिया जिससे वाहन चालकों को राहत मिली। जिला बार एसोसिऐशन के अध्यक्ष राकेश कुमार एडवोकेट ने बताया कि गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में शामली के अधिवक्ता मंगलवार को भी अपने कार्यों से विरत रहे। उन्होंने तहसील में कोई कार्य नहीं किया और चैंबर बंद कर लाठीचार्ज की घटना का विरोध जताया। इस मौके पर धीरेन्द्र कुमार, अमजद खान, रामकुमार वर्मा, मुकेश गर्ग आदि सहित बडी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।
साथ में
फोटो मोदीनगर
लाठीचार्ज के विरोध मे मोदीनगर तहसील के अधिवक्ताओं ने की सड़क जाम
मोदीनगर। तहसील बार एसोसिएशन एवं राजस्व एवं सिविल बार एसोसिएशन की ओर से मंगलवार को गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओें के साथ हुए लाठी चार्ज के विरोध में वकील सड़क पर उतर आये और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मेरठ दिल्ली मार्ग पर जाम लगा दिया। अधिवक्ताओं ने जिला जज की बर्खास्तगी के साथ ही इस प्रकरण के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की, साथ ही वकीलों ने अधिवक्ता प्रोटेक्शन बिल को जल्द लाने की मांग उठाई।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उत्तम त्यागी व राजस्व एवं सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर वशिष्ठ दोनों की अध्यक्षता में वकीलों की सयुंक्त बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि बार एसोसिशन गाजियाबाद के अधिवक्ताओं के साथ जिला जज की ओर से अपनाये गऐ रैवये व पुलिस के लाठी चार्ज किये जाने के विरूद्ध जारी हड़ताल के क्रम में हाईवे जाम किया जाएगा। इस निर्णय के बाद अधिवक्ता सुधीर वशिष्ठ, उत्तम त्यागी, सचिव सौरभ मुदगल के नेतृत्व में सड़क पर उतर गये और तहसील गेट के सामने मेरठ दिल्ली मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। अधिवक्ताओं ने जिला जज के रवैये की घोर निंदा करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किये जाने की मांग रखी। अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमें वापस करने व घायल अधिवक्ताओं को मुआवजा दिलाया जाये।
सचिव संजय मुदगल ने अधिवक्ता प्रोटेक्शन बिल को जल्द लाने की मांग उठाई। साथ ही चेताया कि जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। प्रदर्शन में संजीव चिकारा एडवोकेट, जयसिंह, संजंीव शर्मा, बालेश्वर शर्मा, अनुराग गुप्ता, विक्रांत चौधरी एडवोकेट, अरविन्द सिंह, निशान्त त्यागी, सपा अध्यक्ष एवं सचिन दीक्षित एडवोकेट, नकुल त्यागी, ताराचन्द गौतम, विक्रान्त चौधरी, वेदप्रकाश शर्मा, राजकुमार त्यागी, नितिन कुमार, अजीत कुमार, उन्मेश शर्मा एडवोकेट, विरेन्द्र सिंह, मनोज कुमार, अरूण दहिया, सजीव कौशिक, विजय विशिष्ठ, राम कुमार कलकल एडवोकेट, महेश यादव, राखी त्यागी, रेखा गिरी एडवोकेट, मोहित बसंल, मृदु बिन्दल, कीर्ति सिंह, सपना, राहुल, सुजल आदि उपस्थित रहे।
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