लोक अदालत का बहिष्कार करेंगे आंदोलनरत अधिवक्ता
जिला जज के कोर्ट रूम में लाठी चार्ज किए जाने के मामले में वकील किसी हालत झुकने को तैयार नहीं
22 जिलों के बार एसोसिएसन का पुन: आह्वान, आंदोलन को रखेंगे लगातार जारी
वकीलों का प्रतनिधिमंडल चीफ जस्टिस से मिल कर बताएगा घटनाक्रम
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गाजियाबाद। गत 29 अक्तूबर को जिला जज के कोर्ट रूम में नोक झोंक के बाद निहत्थे वकीलों पर लाठी चार्ज किए जाने को लेकर वकीलों अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल बुधवार को भी जारी रही। गत चार नवंबर से चल रहे आंदोलन को लेकर बार एसोसिएसन ने गठित आंदोलन संघर्ष समिति के साथ बैठक की। आंदोलन संघर्ष समिति रोजाना नई रणनीति तय कर रही है। इसके तहत बुधवार को धरनास्थल पर चैंबर 1001 से चैंबर 1130 और नई बिल्ंिडग के वकील धरनास्थल पर रहेंगे तथा इनमें से 11 सदस्य क्रमिक अनशन पर रहेंगे।
बुधवार को धरनास्थल पर कई अधिवक्ताओं ने संबोधन किया। इस दौरान कई विरोधी स्वर भी निकले, मगर सभी का मकसद आंदोलन को मजबूत करना ही रहा।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि जब तक निहत्थे वकीलों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किए जाने के मामले में जिला जज अनिल कु मार दशम का निलंबन अथवा ट्रांसफर करने, लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों व पुलिसजनों पर एफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही नहीं की जाती तब तक वकीलों की बेमियादी कमलबंद हड़ताल जारी रहेगी तथा सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य के विरत रहेंगे। इसके अतिरिक्त पश्चिमी यूपी के 22 जिलों के बार एसोसिएशनों से भी कल छह दिसंबर को गाजियाबाद आने की अपील कर आंदोलन को समर्थन देकर मजबूती प्रदान करने का ाह्वान किया गया।
बार एसोशिएसन द्वारा बुधवार को प्रस्ताव पारित किया गया कि बार एसोसिएशन के निर्देशों की अवेहलना करने वाले अधिवक्तओं की पांच साल के लिए सदस्यता रद्द की जाएगी। साथ गाजियाबाद के बाहर के एनसीआर के अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन के निर्देशों की अवेहलना नहीं करने की हिदायत दी गई। कहा गया कि निर्देशों का उल्लंघन करने वाले अधिवक्ताओं की पांच साल के सदस्यता निलंबित कराने के लिए कार्रवाई की जाएगी। यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि जिले के तहसील संघ लोनी, मोदीनगर व सदर के अधिवक्ता रजिस्ट्री कार्य के विरत रहेंगे।
यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि 14 दिसंबर को होने वाली लोक अदालत का भी बार एसोसिएसन बहिष्कार करेगी।
बता दें कि 29 अक्तूबर को जिला जज से नोकझोंक के बाद वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया था। इसके बाद से बार एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर बेमियादी स्ट्राइक शुरू कर दी थी।