बेजुबान परिंदों का उठा दुनिया से विश्वास, ‘सभ्य दरिंदे ले गए चिड़ियों के आवास’

-ज्ञान अनंत विद्यालय अतरौली के छात्रों ने किया स्कूल का नाम रोशन
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गाजियाबाद। पक्षी प्रकृति की अनमोल देन है। ऊंचे आकाश में उड़ते हुए यह सुन्दर जीव अनंत काल से ही मानव कल्पना को प्रेरित करते आ रहें हैं। इन्ही में से एक चिड़िया गौरैया हमेशा से सबसे प्यारी घरेलू चिड़िया रही है जिसे हम अपने आसपास देखकर बड़े हुए हैें
ज्ञान अनंत विद्यालय अतरौली के कक्षा सात और आठ के विद्यार्थियों ने विश्व गोरैया दिवस के उपलक्ष्य पर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल मेरठ में विद्यार्थियों में जागरूकता लाने के लिए आयोजित की। इस प्रतियोगिता में 26 विद्यालयों के छात्र सम्मिलित हुए।
सर्वप्रथम विद्यार्थियों ने 65 बाई 35 फिट आकार की गौरेया पर आधारित रंगोली को अपनी प्रतिभा व योग्यता का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न रंगों के माध्यम से उसे चित्रित कर लिम्का विश्व रिकॉर्ड बनाया। उपलब्धि की राह पर ज्ञान अनंत विद्यालय के विद्यार्थियों ने पोएट्री वीडियो मेकिंग (कविता- वीडियो) बनाकर प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीतकर एक और कदम आगे बढ़ाया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि शशांक चौधरी (सीडीओ मेरठ) एवं राजेश कुमार (आईपीएस मेरठ) भी उपस्थित रहे। सम्पूर्ण कार्यक्रम राकेश खत्री (नेस्टमैन आॅफ इंडिया) और उनकी इको फाउंडेशन की टीम के मार्गदर्शन में संपन्न किया।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. पूनम सिंह मिन्हास ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन से विद्यार्थी पर्यावरण व पक्षियों के संरक्षण व संवर्धन के प्रति जागरूक व प्रेरित होते है।