आजमगढ़ की घटना के बहाने जिला प्रशसन पर दबाव बना रही है इंडिपेंडेंट स्कूल्स फैडरेशन

अपनी मर्जी से स्कूल बंद करना गैर कानूनी जिला प्रशासन ले संज्ञान
आजमगढ़ की घटना के विरोध में इंडिपेंडेंट स्कूल द्वारा दिनांक:08-अगस्त-2023 को गाजियाबाद के स्कूलो को बन्द करने की घोषणा करना गैर कानूनी है।जिला प्रशासन को इसका संज्ञान लेना चाहिएl इंडिपेंडेट स्कूल द्वारा स्कूल बंद करने की घोषणा का ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन ने विरोध किया है।एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवानी जैन ने कहा कि भले ही स्कूल प्राइवेट हो लेकिन इनका संचालन सरकार द्वारा बनाए गए कानून के तहत होता है।एक शैक्षणिक सत्र में क्लासों के लिए 220 दिन अनिवार्य रूप से खुलने चाहिएlपढ़ाई की महत्ता को समझते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश में होने वाली अनेकों छुट्टियों को रद्द कर दिया है।
शिवानी ने कहा की आजमगढ़ के स्कूल में हुई घटना पर छात्रा के परिजनों की शिकायत पर पुलिस कार्यवाही हुई है।अब चूंकि पीड़ित परिवार ने लिखित शिकायत दी है इस लिए पुलिस अपना काम कर रही है।अगर स्कूल फैडरेशन पुलिसिया कार्यवाही से सन्तुष्ट नही है तो वो स्कूल छुट्टी के बजाए लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध दर्ज करा सकते है।फैडरेशन ने ऐसा ना करके स्कूल छुट्टी का एलान किया है क्योकि फैडरेशन की मंशा जिला प्रशासन पर दबाव बनाने की है। जबकि फैडरेशन के महासचिव श्रीमान गुलशन भांबरी जोकि भाजपा सांसद श्रीमान अनिल अग्रवाल के प्रतिनिधि भी है अपनी बात को जिला प्रशासन तक आसानी से पहुचा सकते है लेकिन उन्होंने ऐसा ना करके विरोध का रास्ता चुना जिससे प्रतीत होता है कि उन्हें अपनी ही सरकार पर भरोषा नही है।
एसोसिएशन के महासचिव ने कहा की गाजियाबाद के स्कूल में अरमान सहगल की संदिग्ध मौत के बाद भी जिला प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की,मोदीनगर में स्कूल बस दुर्घटना में बिना फिटनैस बस संचालन करने पर सीधा-सीधा स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती थी लेकिन उनके ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही नही हुयुl अब अगर आजमगढ़ में दोषियों पर कार्यवाही हो रही है तो गाजियाबाद की फैडरेशन इससे बेचैन है कि आज जो आजमगढ़ में हुआ वो कल गाजियाबाद में भी हो सकता है।
बिना जिला प्रशासन की अनुमति के फैडरेशन स्कूल बंद कर जिले के करीब आठ-नो लाख बच्चों की पढ़ाई प्रभावित करने वाले स्कूलो के ख़िलाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए और अगर इसके बाद भी स्कूल बंद होते है तो उन्हें एक दिन की फ़ीस वापसी करने के साथ-साथ स्कूलों पर जुर्माना लगाना चाहिए।