हिंडन पर पुस्ते की मांग को लेकर करहैड़ा के लोगों ने वजीराबाद रोड पर लगाया जाम

करहैड़ा में बाढ़ का पानी उतरने के एक सप्ताह बाद अचानक सैकड़ों लोग आए सड़कों पर
गाजियाबाद। बाढ़ राहत उपाय और मकानों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर रविवार को करहैड़ा के सैकड़ों लोगों ने हिंडन एअरफोर्स चौराहे के पास लोनी रोड पर जाम लगा दिया। करीब पांच सौ से ज्यादा लोग रविवार दोपहर बाद करीब तीन बजे अचानक व्यस्त वजीराबाद-लोनी रोड पर पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए सड़क पर बैठ गए। अचानक सड़क पर भारी संख्या में लोगों के आने से दोनों ओर भारी जाम लग गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। जाम लगाने की खबर फैलते ही हिंडन चौकी से मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन लोग मानने के लिए तैयार नहीं थे।
बाद में मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर विनय कुमार ने जाम लगा रहे लोगों से बातचीत की। बातचीत के दौरान एसडीएम विनय कुमार सोमवार को क्षेत्र के लोगों की जिलाधिकारी से वार्ता कराने और उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही लोग जाम खोलने को राजी हुए। स्थानीय निवासी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि करहैड़ा के लोगों को बाढ़ का स्थायी समाधान चाहिए इसके लिए नदी पर बांध बनाना अति आवश्यक है। साथ ही बाढ़ के दौरान हुए नुकसान की भरपाई की जाए। मकानों में मिट्टी और पानी आने से गंदगी फैल गई। कई जगहों पर टूट-फूट भी हुई है। प्रशासन ने नुकसान की भरपाई का वादा किया था लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी भरपाई नहीं की गई।
स्थानीय निवासी योगेंद्र उर्फ न्यूडल ने बताया कि हिंडन नदी पर पुस्ता बनाने से ही करहैड़ा गांव को बांढ़ से बचाया जा सकता है। 1978 के बाद बाढ़ नहीं आई तो पुस्ते की जरूरत नहीं समझी गई लेकिन इस बार की बाढ़ ने सबकी आंखें खोल दी है।
उन्होंने कहा कि सिटी फॉरेस्ट के पुल को भी तोड़ने की आवश्यकता है। इस पुल की चौड़ाई सिर्फ 45 मीटर है। इस कारण पानी करहैड़ा की ओर मुड़ जाता है। स्थानीय निवासी गुलशन पांडेय ने बताया कि मंत्री नरेंद्र कश्यप की जांच में पाया गया कि हिंडन की सफाई नहीं होने से पानी का बहाव रूका हुआ है। नदी में काफी सिल्ट आ गया है। इसकी सफाई होनी अत्यंत आवश्यक है।
स्थानीय निवासी रविंद्र सिंह ने बताया कि बाढ़ के कारण लोगों को भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन और सरकार के मंत्रियों ने बाढ़ पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया था लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी मदद नहीं पहुंची है । लोगों ने कहा कि आज सोमवार को जिलाधिकारी के साथ होनेवाली बैठक में अगर बाढ़ रोकने के लिए स्थायी समाधान नहीं किया गया तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
क्या कहते है एसडीएम
एसडीएम विनय कुमार ने बताया कि रविवार को करहैड़ा के लोगों ने हिंडन नदी पर पुस्ता और नुकसान की भरपाई की मांग की है। जिलाधिकारी के साथ करहैड़ा के लोगों की आज होने वाली बैठक में उनकी मांगों पर चर्चा होगी। लोगों को समझाने के बाद वे सड़क से अपने घरों की ओर चले गए।