आज 30 नवंबर को क्रमिक अनशन, हापुड़ चुंगी तक मानव श्रृंखला बना कर पैदल मार्च
जिला जज के कोर्ट रूम में लाठी चार्ज किए जाने के मामले में वकीलों ने मानव श्रृंखला बना कर किया विरोध प्रदर्शन
शनिवार को चेंबर नंबर-1 से चेंबर नंबर-250 तक के अधिवक्ता बैठेंगे धरनास्थल पर
बार एसोसिएशन के विशेष सदस्यों (जनप्रतिनिधियों) ने असहयोग किया तो सदस्यता होगी रद, फूंके जाएंगे पुतले
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गाजियाबाद। गत 29 अक्तूबर को जिला जज के कोर्ट रूम में नोक झोंक के बाद निहत्थे वकीलों पर लाठी चार्ज किए जाने को लेकर वकीलों अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल बुधवार को भी जारी रही। यही नहीं वकीलों में मानव श्रृंखला निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन कचहरी से शुरू होकर, कमिश्नर आफिस से होते हुए दूसरे गेट से मीडिया सेंटर, जिलाधिकारी कार्यालय से होते हुए कचहरी में समाप्त हुआ। इस दौरान वकीलों ने जमकर नारेबाजी की। न्यायालय के मुख्यगेट पूरी तरह बंद किए गए।
आज शुक्रवार को अधिवक्ताओं से सुझाव के पास कई प्रस्ताव पारित किए गए। बार अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि शनिवार को हड़ताल यथावत जारी रहेगी। धरनास्थल पर चेंबर-1 से चेंबर 250 तक के अधिक्ता धरने पर बैठेंगे। इनमें से 11 अधिवक्ता क्रमिक अनशन पर रहेंगे। दोपहर बाद कचहरी से मावन श्रृंखला बनाते हुए वकील हापुड़ चुंगी तक प्रदर्शन करेंगे और वापस कचहरी आएंगे।
यह प्रस्ताव भी पारित किया गया बार के विशेष सदस्य जनप्रतिनिधि जिसमें विधायक, सांसद, एमएलसी शामिल हैं, इनसे पूछा जाएगा कि वे बार आंदोलन को सहयोग करेंगे अथवा नहीं, असहयोग की स्थिति में उनकी बार की सदस्यता समाप्त की जाएगी और उनका पुतला फुं का जाएगा।
प्रस्ताव ये भी पारित किया गया कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, राष्टÑपति, मुख्यमंत्री को मेल कर कार्यवाही के लिए घटना से अवगत कराया जाएगा। गोरखपुर बार एसोसिएशन के जरिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला जाएगा और ज्ञापन दिया जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के वकीलों की संघर्ष समिति से आंदोलन को लेकर बातचीत की जाएगी।
यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए कचहरी के गेट पर आंदोलन को लेकर बैनर-होर्डिंग्स लगाए जाएंगे ताकि जनता को भी जागरुक किया जा सके। बार अध्यक्ष ने बताया कि जब तक निहत्थे वकीलों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किए जाने के मामले में जिला जज अनिल कु मार दशम का निलंबन अथवा ट्रांसफर करने, लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों व पुलिसजनों पर एफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही नहीं की जाती तब तक वकीलों की बेमियादी कमलबंद हड़ताल जारी रहेगी तथा सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य के विरत रहेंगे।
बता दें कि 29 अक्तूबर को जिला जज से नोकझोंक के बाद वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया था। इसके बाद से बार एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर बेमियादी स्ट्राइक शुरू कर दी थी।