सीजे से भी वार्ता के बाद समाधान नहीं होने से वकीलों जबरदस्त आक्रोश
जिला जज के कोर्ट रूम लाठी चार्ज किए जाने के मामले में वकीलों में जबरदस्त नाराजगी, अब सोमवार को तय होगी नई रणनीति
मांगे नहीं मानें जाने तक वकीलोंं की बेमियादी हड़ताल जारी रहेगी
-सोमवार को प्रदेश भर के बार एसोसिएन से भी की जाएगी पुन: चर्चा
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गाजियाबाद। गाजियाबाद जिला जज के कोर्ट रूम में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बृहस्पतिवार को वकीलों की पूर्ण हड़ताल रही। वकीलों ने ऐलान किया है जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी, हड़ताल जारी रहेगी। शनिवार को महिला अधिवक्ताओं ने क्रमिक अनशन का मोर्चा संभाला। इनमें वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा, शबनम खान, प्राची प्रियंका, श्रद्धा चौहान, सुनीता वर्मा, वंदना सैंगर, अर्चना त्यागी, खुशनुमा, हिमांशी सक्सेना, प्रीति,संगीता, अर्चना गौड़, पूनम गुप्ता आदि क्रमिक अनशन पर बैठीं।
सीजे से वार्ता पर भी नतीजा, ढाक के तीन पात
उधर, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से बार एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता में कोई समाधान नहीं निकलने से वकीलों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। गाजियाबाद जिला जज के खिलाफ जमकर नारे लगे और उनके निलंबन की मांग बरकरार रही। कहा जा रहा है कि पहले वकील हड़ताल खत्म करें और उसके बाद ही उच्च न्यायालय कोई रास्ता निकालेगा मगर आंदोलनकारी वकील इससे सहमत नहीं है। इसी के चलते सोमवार को आंदोलन को समर्थन देने के प्रदेश के सभी जिलों के बार पदाधिकारियोंम से वार्ता कर आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जाएगी। आज चैंबर और खाने पीने की दुकानें खुलने से कचहरी में काफी लोग दिखाई दिए। इससे मामलों की पैरोकारी के लिए आने वाले लोगों में राहत रही।
बैठक में आंदोलन को धार देने के लिए कई प्रस्तावों पर मुहर लगी। प्रस्ताव पारित किया गया कि 29 अक्तूबर को निहत्थे अधिवक्ताओं पर जिला जज के कोर्ट रूम में हुए लाठी चार्ज के विरोध में शनिवार को भी हड़ताल रही और अधिवक्ता कार्य से विरत रहे। सभी जनपदों के अधिवक्ताओं अपील की गई कि वे अपने अपने जिलों में पूर्णरूप से हड़ताल कर धरना प्रदर्शन करेेंगे। सभी जिलों में तहसील अधिवक्ता रजिस्ट्री कार्य से विरत रहेंगे। यह भी तय किया गया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से अधिवक्ता, हाईकोई, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के अतिरिक्त राष्ट्रपित को भी मैसेज कर घटना की जानकारी देंगे। आंदोलन के लिए आगे की रणनीति भी तय की जाएगी।
अब समिति तय करेगी आंदोलन की आगामी रूप रेखा
29 अक्तूबर की घटना के परिपेक्ष्य में आंदोलन व बेमियादी हड़ताल की अग्रिम रूपरेखा तैयार करने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया गया है। इनमें अधिवक्ता पूर्व अध्यक्ष रामअवतार गुप्ता,पूर्व अध्यक्ष विजयपाल सिंह राठी, पूर्व अध्यक्ष राकेश त्यागी काकड़ा, पूर्व अध्यक्ष अनिल पंडित, पूर्व अध्यक्ष मुनीश कुमार त्यागी, पूर्व सचिव अतुल्य शर्मा, पूर्व सचिव विजयपाल यादव, पूर्व सचिव विनोद कुमार वर्मा, पूर्व सचिव नरेश चौधरी व पूर्व सचिव सुंदर त्यागी, पूर्व सचिव परविन्दर नागर, औरंगजेब खान व पूर्व डीजीसी जयवीर सिंह शामिल हैं। समिति ही अगली रणनीति तय करेगी। बार एसोसिएशन की मांगें नहीं मानी जाती तब तक पूर्ण रूप से हड़ताल और कार्य से विरत रहेंगे।
अपनी मांगों पर अडिग बार एसोसिएसन
वकीलों की मांगों में जिला जज के स्थानांतरण के साथ निलंबन किए जाने, लाठी चार्ज का आदेश देने वाले पुलिस अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज होने, वकीलों पर की गई एफआईआर वापस लेने, घायल वक्ताओं को मुआवजा देने, मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई। बता दें कि गत 29 अक्तूबर को गाजियाबाद के जिला न्यायालय में जिला जज और वकीलों के बीच नोकझोंक हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर उन्हें तितर-बितर किया था। इस दौरान अधिवक्ताओं को चोटें भी लगी थी। साथ ही इस मामले में वकीलों के खिलाफ दो रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी, तभी से वकील हड़ताल पर हैं।