दो प्रशासनिक अधिकारियों ने दो-दो टीबी मरीजों को लिया गोद

सीडीओ व एडीएम प्रशासन ने दो-दो टीबी रोगियों को लिया गोद
गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि जो लोग सक्ष्म हैं, उन्हें क्षय रोगियों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। केंद्र व प्रदेश सरकार ने टीबी मुक्त भारत के लिए जो प्रण लिया है, उसके लिए हम सभी को कदम से कदम मिलाकर चलना है। जरूरतमंदों की मदद करनी है। गुरुवार को सीडीओ व एडीएम प्रशासन रितु सुहास ने दो-दो क्षय रोगियों को गोद लिया। इस दौरान रितु सुहास ने कहा कि यह हम सभी का कर्तव्य है कि एक दूसरे की सहायता करें, जो भी लोग दूसरे की मदद करने के योग्य हैं, वह जरूरतमंदों की मदद अवश्य करें। क्षय रोगियों की मदद के लिए सामाजिक संस्थाएं, सामाजिक लोगों के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी पीछे नहीं है। सभी देखभाल करने से लेकर, हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित कर रहे है। इससे की ज्यादा से ज्यादा लोग क्षय रोगियों के लिए आगे कर उनकी मदद करें। गोद लिए गए रोगियों में से दो रोगी जनवरी माह व दो रोगी इसी माह नोटिफाई किए गए हैं। रोगियों में एक महिला, एक किशोरी और दो पुरुष शामिल हैं।
इसके साथ ही जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह व मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) भवतोष शंखधर ने गोद लिए गए दो-दो क्षय रोगियों को तीसरे माह पुष्टाहार उपलब्ध कराया। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सीएमओ ने ही चारों रोगियों को पुष्टाहार प्रदान किया। इसके साथ ही उन्होंने क्षय रोगियों का हाल भी लिया और लगातार दवा खाते रहने के लिए प्रेरित किया। कलेक्ट्रेट स्थित अपने-अपने कार्यालय में एडीएम ऋतु सुहास और सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक ने दो-दो क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार प्रदान किया। इसके साथ ही दोनों अधिकारियों ने क्षय रोगियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा झ्र टीबी भी अन्य रोगों की ही तरह है। यह रोग पूरी तरह साध्य है।
अधिकारियों ने क्षय रोगियों से वादा भी लिया कि अपने खानपान का विशेष ध्यान रखेंगे। इसके साथ ही चिकित्सक के परामर्श अनुसार नियमित रूप से दवा खाएंगे। टीबी की दवा के साथ उच्च प्रोटीन युक्त खुराक की जरूरत होती है। उन्हें उपलब्ध कराए गए पुष्टाहार का वह स्वयं उपयोग करें। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने सभी क्षय रोगियों से हर माह मिलने वाली पोषण राशि के बारे में भी पूछा और साथ ही किसी दवा, पोषण राशि या किसी तरह की परेशानी होने पर सीधे संपर्क करने के लिए कहा।
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