22 नवंबर को कहचरी बंद का ऐलान, आठ सह सचिव रहेंगे क्रमिक अनशन पर

जिला जज के कोर्ट रूम लाठी चार्ज किए जाने के मामले में वकीलों ने अपनी रणनीति की तेज, उठाए कई कदम
सभी जिलों की तहसीलों मेंं रजिस्ट्री कार्य का बहिष्कार का आह्वान
मांगे नहीं मानें जाने तक वकीलोंं की बेमियादी हड़ताल जारी रहेगी
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गाजियाबाद। गाजियाबाद जिला जज के कोर्ट रूम में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बृहस्पतिवार को वकीलों की पूर्ण हड़ताल रही। वकीलों की हड़ताल मांगे नहीं माने जाने तक जारी रहेगी। बृहस्तपतिवार को बार एसोसिएशन के आठ पूर्व सचिव क्रमिक अनशन पर बैठे। इनमें लाल बहादुर सिंह, लोकेश कुमार गर्ग, विनोद कुमार वर्मा, संतोष कुमार जाटव, सुंदर कुमार त्यागी, परविन्दर कु मार नागर, विश्वास त्यागी व विजय गौड़ क्रमिक अनशन पर बैठे।
कचहरी में रहेगी पूर्णतः कलमबंद हड़ताल, अवहेलना पर लगेगा जुर्माना
बृहस्तपतिवार को बार कार्यकारिणी की अहम बैठक अध्यक्ष दीपक शर्मा के नेतृत्व में हुई और इसका संचालन बार सचिव अमित नेहरा ने किया। बैठक में आंदोलन को धार देने के लिए कई प्रस्तावों पर मुहर लगी। प्रस्ताव पारित किया गया कि 29 अक्तूबर को निहत्थे अधिवक्ताओं पर जिला जज के कोर्ट रूम में हुए लाठी चार्ज के विरोध में आज शुक्रवार को कलमबंद हड़ताल रहेगी और कार्य से विरत रहेंगे। यही कचहरी पूरी तरह बंद रहेगी। सभी वकीलों के चैंबर बंद रहेंगे और वे धरनास्थल पर रहेंगे। प्रस्ताव में यह भी तय किया गया कि जो अधिवक्ता बार एसोसिएशन के प्रस्ताव की अवहेलना करेंगे, उनसे 5000 जुर्माना वसूला जाएगा तथा सदस्यता निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी। इसके अतिरिक्त कचहरी परिसर स्थित सभी दुकानें, खोखे, ठेली, रेहड़ी, टाइपिस्ट, स्टांप वेंडर आदि भी पूर्णरूप से बंद रहेंगे। खुले पाए जाने पर इनसे 2000 रूपये जुर्माना वसूला जाएगा।
सभी जनपदों के अधिवक्ताओं अपील की गई कि वे अपने अपने जिलों में शुक्रवार को पूर्णरूप से कलमबंद हड़तालकर धरना प्रदर्शन करेेंगे। सभी जिलों में तहसील अधिवक्ता रजिस्ट्री कार्य से विरत रहेंगे।
आगामी रणनीति के लिए की गई समन्वय समिति गठित
अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि आंदोलन के लिए आगे की रणनीति भी तय की गई है। 29 अक्तूबर की घटना के परिपेक्ष्य में आंदोलन व बेमियादी हड़ताल की अग्रिम रूपरेखा तैयार करने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया गया है। इनमें अधिवक्ता पूर्व अध्यक्ष रामअवतार गुप्ता,पूर्व अध्यक्ष विजयपाल सिंह राठी, पूर्व अध्यक्ष राकेश त्यागी काकड़ा, पूर्व अध्यक्ष अनिल पंडित, पूर्व अध्यक्ष मुनीश कुमार त्यागी, पूर्व सचिव अतुल्य शर्मा, पूर्व सचिव विजयपाल यादव, पूर्व सचिव विनोद कुमार वर्मा, पूर्व सचिव नरेश चौधरी व पूर्व सचिव सुंदर त्यागी, पूर्व सचिव परविन्दर नागर, औरंगजेब खान व पूर्व डीजीसी जयवीर सिंह शामिल हैं।
शुक्रवार को पूर्व सचिवों में राजेंद्र चौधरी, स्रेह कुमार त्यागी, ठा. देवराज सिंह, मनमोहन शर्मा, अतुल्य शर्मा, नरेश चौधरी, नितिन यादव, विजयपाल यादव व मुकेश त्यागी दिन पर क्रमिक अनशन पर बैठेंगे।
इसके अतिरिक्त प्रयागराज हाईकोर्ट के न्यायाधीश को गाजियाबाद में निहत्थे अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर सात नवंबर को एक मेल से अवगत कराया गया था और वार्ता के लिए बुलाए जाने का अनुरोध किया गया था, मगर उसका कोई जवाब नहीं आया। इसके चलते पुन: मेल किया गया और वार्ता के लिए बुलाए जाने का अनुरोध किया गया।
ये हैं वकीलों की मांगे
कार्यकारिणी में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि जब तक बार एसोसिएशन की मांगें नहीं मानी जाती तब तक पूर्ण रूप से हड़ताल और कार्य से विरत रहेंगे।
मांगों में जिला जज के स्थानांतरण के साथ निलंबन किए जाने, लाठी चार्ज का आदेश देने वाले पुलिस अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज होने, वकीलों पर की गई एफआईआर वापस लेने, घायल वक्ताओं को मुआवजा देने, मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई।
ये था मामला
बता दें कि गत 29 अक्तूबर को गाजियाबाद के जिला न्यायालय में जिला जज और वकीलों के बीच नोकझोंक हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर उन्हें तितर-बितर किया था। इस दौरान अधिवक्ताओं को चोटें भी लगी थी। साथ ही इस मामले में वकीलों के खिलाफ दो रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी, तभी से वकील हड़ताल पर हैं।
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